चेहरा चेहरा तस्वीर बदलती जाती है…
दुनिया बदस्तूर बदलती जाती है..!
रफ्ता रफ्ता जड़ें जमाता है दिल में,
दर्द की फ़िर तासीर बदलती जाती है..!
ख़्वाब मिलते है गले जब हक़ीक़त से,
ख़्वाबों की फ़िर ताबीर बदलती जाती है..!
कभी इसके कभी उसके ख़्यालों पर कब्जा..
हर रोज़ मेरी जागीर बदलती जाती है..
तेरा ताज कल किसी और के सिर भी हो सकता है,
तक्दीर है! तक्दीर बदलती जाती है..!
#नितिश #Nkpenning