मेरे अश्रु गीत लिखेंगे,जीवन का संगीत लिखेंगे,
हार लिखेंगे जीत लिखेंगे,
पग-पग खुलती प्रीत लिखेंगे..
मेरे अश्रु गीत लिखेंगे!
अंतरमन की चोट लिखेंगे,
ह्रदय में पलता खोट लिखेंगे,
दबी हुई मन की तृष्णा का,
हर पल ये विस्फोट लिखेंगे..
तेरी मेरी बात लिखेंगे,
मौन मुखर संवाद लिखेंगे,
हास्य, श्रृंगार, क्रोध, प्रेम रस,
चक्र-भ्रमर जज़्बात लिखेंगे..
बिख़रे सफ़र का खेद लिखेंगे,
नैनों का स्वरभेद लिखेंगे,
विष को अमृत करने वाला,
तत्व मंजूषा व्युछेद लिखेंगे…